दस में से चार पारमिताएँ ऐसी हैं कि, जो हम दूसरों के मदद के सिवा पूर्ण नहीं कर सकते ।
दान खंति = शांति, सहनशिलता, क्षमाशिलता मैत्री उपेक्षा = समता
श्रीमद् भगवतगीता को जीवन में उतारने की आसान विधि : विपश्यना ध्यान साधना : ~दिनेश मालपानी (विपश्यना साधक)
श्रीमद् भागवतगीता एक जीवन-ग्रंथ हैं । यह मानव जीवन का एक अनुपम, उत्कृष्ट एवं आदर्श मार्गदर्शक हैं ।…
Navagraha Beej Mantra – नवग्रह बीजमन्त्र
What is Navagraha Mantra? As per Hindu mythology, a person’s life is decided by the horoscope, and the…
रामकृष्ण समाधि कि कहानी, काली माँ और तोतापुरी
रामकृष्ण को ऐसा हुआ था। वे काली के ऊपर ध्यान करते थे, धारणा करते थे। फिर धीरे-धीरे उनको…
Peace and Prosperity will not be together (शांति और समृद्धि कभी एक साथ नहीं होती)
एक बार यूनान का एक बादशाह बीमार पड़ा। वह इतना बीमार पड़ा कि डाक्टरों ने और चिकित्सकों ने…
फूटा बबूला (Bubble) अहंकार का
न जन्म है, न मृत्यु है।बस, जीवन है।अनादि, अनंत। वह जन्म के पूर्व भी है।अन्यथा, जन्मता कौन? वह…
मार्ग के पत्थरों को सीढ़ियां बना
आगे बढ़ो–भय न करो!परमात्मा साथ है।फिर, निष्पाप तेरा चित्त है।और, ध्यान-विस्फोट का क्षण भी निकट है।भीतर जो कुछ…
तृष्णा की गुलामी और मुक्ति
तृष्णा एक जहर है। हमारे जीवन-पात्र में भरा हुआ मीठा मादक जहर । मीठा है इसलिए स्वाद के…
Collections on Vipassana Books
Collections of Vipassana Books which I have received from Friends or WhatsApp Groups of Vipassana. So I thought…
स्वयं में खाली जगह बनाओ
सत्य को जरूर खोजो।लेकिनसत्य को खोज वही पाता है, जो खोजते-खोजते स्वयं खो जाता है।‘स्व’ का पूर्णतया खो…
प्यास को जगा
जिसकी खोज है, वह जरूर ही मिलता है।सरिता सागर को खोज लेती है।प्यास सरोवर को खोज लेती है।प्रार्थना…
मृत्यु का ज्ञान ही अमृत का द्वार है
मृत्यु का ध्यान कर।मृत्यु पर ध्यान कर।मृत्यु से बचने में भय है।मृत्यु से पलायन में भय है।मृत्यु के…
सब मार्ग ध्यान के ही विविध रूप हैं
प्रेम। ध्यान के अतिरिक्त और कोई मार्ग नहीं है।या, जो भी मार्ग हैं, वे सब ध्यान (Meditation) के…
शील की महिमा
मुक्ति के मार्ग पर चलने वालों को चारित और वारित शीलों में परिपक्व और सुरक्षित होना चाहिए ।…
दुनिया क्या कहेगी, उस पर ध्यान दोगे तो….???? आप अपना ध्यान नहीं लगा पाओगे.
👌 ज्ञानवर्धक कहानी 😊एक साधू किसी नदी के पनघट पर गया और पानी पीकर पत्थर पर सिर रखकर…
• गौतम बुद्ध के सुविचार •
…. जो गुजर गया उसके बारे में मत सोचो और भविष्य के सपने मत देखो केवल वर्तमान पे…
मैं धीरे-धीरे सीख रहा हूँ कि…
मैं धीरे-धीरे सीख रहा हूँ कि…मुझे हर उस बात पर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहिए जो मुझे चिंतित करती…
श्री श्री रवि शंकर जी द्वारा रचित एक सुंदर कविता…
छोटी सी जिंदगी है ,हर बात में खुश रहो।जो पास में ना हो ,उनकी आवाज़ में खुश रहो।कोई…